बिलासपुरःजिला बिलासपुर के सदर थाना के तहत पड़ने वाले एक क्षेत्र में एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची का अपहरण और गैंगरेप के मामले में पीड़िता की मां ने पुलिस पर न्याय करने के बजाए उन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है. पीड़िता की मां का कहना है कि पुलिस ने उनकी बेटी को बुरी तरह से पीटा है और अमानवीय बातें कही हैं.
पीड़िता की विधवा मां ने ये आरोप स्थानीय परिधि गृह में आयोजित की गई प्रेसवार्ता के दौरान लगाए. उन्होंने आरोप लगाया कि थाना स्वारघाट और महिला थाना में शिकायत दर्ज करवाने गई उसकी नाबालिग बेटी के साथ मारपीट की गई और देर रात करीब तीन बजे तक थाना में बिना कारण बिठाए रखा.
महिला का कहना है कि पुलिस कर्मियों ने उसकी बेटी और उसे अमानवीय शब्दों और वाक्यों से मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया. पीड़िता की मां ने मांग की है कि दुष्कर्म के दोषियों के साथ ही दुर्रव्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.
वहीं, पत्रकारवार्ता में गुरू रविदास महासभा के प्रदेशाध्यक्ष तुलसी दास बंसल ने मामले को संवेदनशील बताया है. उन्होंने कहा कि इस मामले के आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग पुलिस अधीक्षक से की गई है. इसी आशय को लेकर बीते मंगलवार को सभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसपी बिलासपुर को ज्ञापन भी सौंपा है.
तुलसी दास बंसल ने बताया कि सात सितंबर को एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने नाबालिग से बहला फुसला कर दुष्कर्म किया. फिर उस व्यक्ति द्वारा किसी ट्रक में जबरदस्ती बिठाकर नाबालिग को आगे भेज दिया. आरोप है कि ट्रक वाले ने भी दुष्कर्म किया और फिर आगे एक और ट्रक वाले को हवाले नाबालिग को कर दिया. आठ सितंबर को पीड़िता को स्वारघाट के आसपास फेंक दिया गया.
उन्होंने कहा कि पुलिस ने जब इस बच्ची को देखा तो वे थाना स्वारघाट ले आए, जहां पर पीड़िता की मां को फोन कर उसे बुलाया और वापस नाबालिग को भेज दिया. इसी बीच आरोपी पक्ष ने समझौते का दबाव भी बनाया और अनपढ़ महिला से अंगूठा और दस्तख्त ले लिए.