हमीरपुर: स्वास्थ्य विभाग में हुआ कथित घोटाला बीजेपी का पीछा नहीं छोड़ रहा है. सरकार पर चौतरफा हमले हो रहे हैं. कांग्रेस के साथ-साथ दूसरे संगठनों ने भी सरकार और बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. आए दिन सरकार पर जुबानी हमले हो रहे हैं.
अब सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने भी जयराम सरकार पर निशाना साधा है. राजेंद्र राणा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा जनता के हित को देख के ही काम किया है. कांग्रेस पार्टी सही तरीके से जनता के हितों के लिए आवाज उठाती रही है.
राजेंद्र राणा ने कहा हिमाचल सरकार ने जो भ्रष्टाचार मिटाने के वायदे किये थे, वह सभी वायदे झूठे निकले हैं. घोटालों के बाद जिस तरह से बीजेपी के लोग इस्तीफे दे रहे हैं इस साबित हो रहा है कि इनकी कथनी और करनी में हमेशा फर्क रहा है. सेवा के नाम पर सत्ता हासिल करने वाले सत्ता को निजी स्वार्थ का निरंतर साधन बनाते रहे हैं.
राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आयुर्वेद दवाओं का घोटाला हुआ. इस मामले में सरकार ने कितने लोगों को गिरफ्तार किया इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई. वहीं, अब कांगड़ा जिला के कुछ व्यापारी पठानकोट में अपना कारोबार कर रहे हैं. इन व्यापारियों को हिमाचल में आने के लिये जबरन कोविड 19 में फंड दान करने को कहा जा रहा है.
राणा ने कहा कि जनता जानना चाहती है कोविड 19 में कितनी राशि दान की गई. पीपीई किट सेनिटाइजर घोटाले ने हिमाचल में का नाम पूरे देश में खराब किया है. स्वास्थ्य विभाग के मुखिया मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले के नैतिक जिम्मेदार सीएम हैं.
बता दें कि कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग के निदेशक का एक ऑडियो वायरल हुआ था. आरोप है कि ऑडियो में स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद को लेकर पैसों के लेन-देन की बात हो रही थी. ऑडियो वायरल होने के बाद विजिलेंस ने स्वास्थ्य निदेशक को गिरफ्तार किया था.
ऑडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस समेत अन्य संगठन बीजेपी पर हमलावर हो गए थे. विपक्ष ने इस इस मामले में बीजेपी के बड़े नेताओं का हाथ बताया था. चौतरफा होते हमलों के बाद राजीव बिंदल को अपना बीजेपी अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था. हलांकि विपक्ष समेत कई संगठन बिंदल के इस्तीफे से खुश नहीं हैं और सीएम के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं.