बिलासपुर: प्रदेश में हिमाचल पथ परिवहन निगम की ओर से विभिन्न रूटों पर बसें चलाई जा रही हैं. इसके बावजूद बसों में कम ही सवारियां सफर कर रही हैं. बसों में कम सवारियों का होना एचआरटीसी के लिए भी घाटे का सौदा है.
बिलासपुर पथ परिवहन निगम ने जिला में 30 से अधिक रूटों पर बसें चलाई हैं, लेकिन इन रूटों पर बहुत कम सवारियां पहुंच रही हैं. वहीं, लोगों की सुविधा के लिए निगम ने जिला में अधिकतर रूट शुरू कर दिए हैं, ताकि लोगों को किसी भी तरह की किसी परेशानी का सामना न करना पड़े.
गौरतलब है कि दो महीने से हिमाचल प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बंद था. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार ने लोगों की सुरक्षा के लिए यह फैसला लिया था. इसके चलते अब दो महीने से अधिक समय बाद 1 जून से हिमाचल सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू कर दिया है. इसके बाद भी बिलासपुर बस अड्डा में इक्का-दुक्का सवारियां ही बस अड्डे पर पहुंची. आम दिनों की तरह बस अड्डे में भीड़ नहीं दिखाई दी.
वहीं, बस अड्डे पर थर्मल स्कैनिंग करने के लिए डॉक्टरों की टीम मौजूद रही. हर सवारी की थर्मल स्कैनिंग करने के बाद बसों में सवार होने दिया जा रहा है. इसके अलावा बस स्टैंड पर बसों का इंतजार करने के लिए उचित दूरी पर गोले भी लगाए गए हैं, ताकि शारीरिक दूरी के नियम का पालन किया जा सके. गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बीच परिवहन सुविधा बहाल हो गई है. इसके बावजूद लोग बसों में सफर करने से गुरेज कर रहे हैं. जिला में अधिकतर लोग अपनी निजी वाहनों में ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचना पसंद कर रहे हैं.
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