हमीरपुर: जिला में डिजिटल भुगतान की प्रगति की समीक्षा के लिए जिला स्तरीय बैंकिंग समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीएम जितेंद्र सांजटा ने बैंक अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये. अतिरिक्त उपायुक्त जितेंद्र सांजटा ने जिला में कार्यरत सभी बैंकों से आम लोगों की वित्तीय साक्षरता एवं जागरुकता पर विशेष बल दिया. साथ ही लोगों को डिजिटल माध्यमों से लेन-देन के लिए प्रेरित करने की अपील की.
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि सभी सरकारी विभाग भी पूरी तरह से डिजिटल माध्यमों को अपनाएं. एडीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने हमीरपुर को डिजिटल जिला के रूप में विकसित करने की घोषणा की है. इसके तहत जिला में सभी सरकारी विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों और संस्थानों में पूर्ण रूप से डिजिटल भुगतान व्यवस्था के अलावा व्यापारिक गतिविधियों और लोगों की आम दिनचर्या में भी अधिक से अधिक डिजिटल लेन-देन को अपनाने पर बल दिया जा रहा है.
जितेंद्र सांजटा ने कहा कि डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए सभी बैंक अपने ग्राहकों को जागरुक एवं प्रेरित करें और उन्हें भुगतान के लिए विभिन्न डिजिटल माध्यम उपलब्ध करवाएं. हर दिन बैंक शाखा में आने वाले ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए. इससे ग्राहकों के साथ-साथ बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों को भी काफी सुविधा होगी. एडीएम ने कहा कि हमीरपुर जिला में बैंकिंग का मजबूत आधार है और यहां नेटवर्क कनेक्टिवीटी भी बहुत अच्छी है. डिजिटल भुगतान के लिए ये परिस्थितियां काफी अनुकूल हैं, जो जिला को पूर्ण रूप से डिजिटल बनाने में काफी सहायक सिद्ध होंगी.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना और सरकार की अन्य योजनाओं की चर्चा करते हुए एडीएम ने कहा कि इनके माध्यम से सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा दे रही है. योजनाओं से संबंधित ऋण के मामलों को मंजूरी देने में बैंक अधिकारी लेटलतीफी न करें. पंजाब नेशनल बैंक के सर्कल प्रमुख विनिश चावला ने एडीएम को जिला में बैंकिंग सेवाओं की जानकारी दी.