हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

विश्व जैव विविधता दिवस : राज्यपाल ने अनुसंधान और प्रौद्योगिकी पर आधारित जैव विविधता के दोहन पर दिया बल

By

Published : May 22, 2020, 10:49 PM IST

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय कहा कि जनसंख्या घनत्व, शहरीकरण और औद्योगीकरण ने लोगों के जीवन को परिवर्तित कर लिया है. हमें विकास के पथ पर आगे बढ़ना है, लेकिन  प्रकृति की आवश्यकता से अधिक दोहन कम करना होगा.

Governor Bandaru Dattatreya
विश्व जैव विविधता दिवस पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

शिमलाःविश्व जैव विविधता दिवस के अवसर पर राजभवन में वन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभागों और गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते हुए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि कोरोना ने दुनिया को एहसास दिलाया है कि मनुष्य प्रकृति से शत्रुता नहीं कर सकता, यदि मनुष्य प्रकृति को हानि पहुंचाता हैं, तो निश्चित ही प्रकृति भी मनुष्य को नुकसान पहुंचाएगी.

वहीं, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि हिमालय क्षेत्र की जड़ी-बूटियों पर आधारित उत्पादों को बढ़ावा देकर राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है. यह बात उन्होंने अनुसंधान और प्रौद्योगिकी पर आधारित जैव विविधता के दोहन पर बोलते हुए कही है.

राज्यपाल कहा कि जनसंख्या घनत्व, शहरीकरण और औद्योगीकरण ने लोगों के जीवन को परिवर्तित कर लिया है. हमें विकास के पथ पर आगे बढ़ना है, लेकिन प्रकृति की आवश्यकता से अधिक दोहन कम करना होगा, चूंकि प्रकृति का संतुलन अत्यंत महत्वपूर्ण है और हम विकास के नाम पर वन क्षेत्र को समाप्त नहीं कर सकते.

राज्यपाल ने कहा कि सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाएं भी प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का ही परिणाम हैं. उन्होंने कहा कि जैव विविधता अधिनियम को प्रत्येक स्तर पर सख्ती से लागू किया जाना चाहिए, इसके अतिरिक्त पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जाने चाहिए. उन्होंने विभागीय स्तर पर बनाए गए उत्पादों की सराहना की और विभागीय समन्वय के इस कार्य को आगे बढ़ाने पर भी बल दिया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details