Women’s Day Special: कामकाजी महिलाओं का मानना रूढ़िवादी सोच रोक रही महिला को आगे बढ़ने से
फरीदाबाद: महिलाओं की आजादी की बात अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (women's day 2022) के मौके पर तो हर जगह की जाती है, लेकिन कुछ ही दिन बाद उनके अधिकारों को समाज में भुला दिया जाता है. खास तौर से कामकाजी महिलाओं को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ता है. एक तरफ जहां घर की जिम्मेदारी पूरी करनी होती है वहीं अपने वर्कप्लेस की चुनौती भी उनके लिए कम नहीं है. कामकाजी महिलाओं ने कहा कि महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार तो दिए गए हैं, लेकिन आज भी महिलाओं की आजादी उतनी नहीं है जितनी होनी चाहिए. आज भी समाज में रूढ़िवादी सोच महिलाओं को आगे बढ़ने से रोक रही है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:18 PM IST