Tokyo Olympic: पिता चलाते थे घोड़ा गाड़ी, बेटी कर रही राष्ट्रीय टीम की कप्तानी - रानी रामपाल संघर्ष कहानी
चंडीगढ़: रानी रामपाल, वो नाम जिसे दुनियाभर के खिलाड़ी अदब से लेते हैं. गरीबी और हजारों मुसीबतों को झेलते हुए हुआ रानी रामपाल आज उस मुकाम तक पहुंची हैं, जिसे पाना हर खिलाड़ी का सपना होता है. रानी रामपाल ओलंपिक में महिला हॉकी टीम का बतौर कैप्टन नेतृत्व करेंगी, जो कि पूरे हरियाणा के लिए गर्व की बात है, लेकिन आज उनकी इस सफलता से कई गुना बड़ा है उनका वो संघर्ष जो यहां तक पहुंचने में रानी रामपाल ने किया.