क्वारंटाइन सेंटर में सत्संग सुन नशा छोड़ नए सिरे से जिंदगी शुरू कर चुके प्रवासी मजदूर - क्वॉरंटीन सेंटर में बदली जिंदगी
यमुनानगर: लॉक डाउन के चलते कई प्रवासी मजदूर अलग-अलग जिलों में फंसे हुए हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश के रहने वाले काफ़ी प्रवासी मजदूर जा चुके हैं, लेकिन कुछ अन्य राज्य के लोग अभी भी फंसे हुए हैं. यमुनानगर की बात की जाए तो जिले में अलग-अलग राज्यों से डेढ़ सौ के करीब प्रवासी मजदूर अभी भी रह रहे हैं. यमुनानगर में सबसे ज्यादा प्रवासी राधा स्वामी सत्संग भवन में रुके हुए थे लगभग 25 लोग यहां रुके हुए थे. यहां के माहौल की वजह से मजदूरों की जिंदगी में नाटकीय रूप से परिवर्तन हुआ है.