जीना इसी का नाम है: अपने पैसों से भूखे कुत्तों को हर रोज 100 लीटर दूध पिला रहे ये छात्र
मोनिका और वैभव हर रोज अपनी स्कूटी पर सवार होकर शहर के प्रमुख बाजार और चौराहों पर पहुंचते हैं और बेसहारा कुत्तों को दूध और बिस्किट खिलाकर कोरोना संक्रमण के खतरे में इनका पेट भर रहे हैं.