पड़ताल: लॉकडाउन में चारे की कमी ने तोड़ी डेयरी उद्योग की कमर, आधा दूध दे रहे पशु - करनाल डेयरी किसानों पर लॉकडाउन का असर
गुरुपाल नरवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि लॉकडाउन नोटबंदी से भी बुरा है. लॉकडाउन में ना तो पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था ढंग से हो पा रही है और ना ही पशुओं के दूध का रखरखाव हो पा रहा है. जिसकी वजह से अब पशु भी पहले की तुलना में कम दूध देने लगे हैं.