कोरोना असर: ना हुक्के की गड़गड़ाहट, ना ताश का खेल, गांवों में थम सी गई जिंदगी
रोहतक: हरियाणा की राजनीतिक राजधानी कहा जाने वाला जिला रोहतक. जहां लोग इकट्ठे बैठकर हुक्का पिया करते थे, आज वो अकेले ही घर पर बैठे हैं. ना हुक्के की गड़गड़ाहट है, ना ताश का खेल. पहले जहां शादी में डीजे का शोर होता था, रिश्तेदारों का जमावड़ा लगता था, घर के बुजुर्गों की बूढ़ी आंखें अपने घर के बाहर बैठकर आने जाने वाले लोगों को ताकती रहती, वहां आज सन्नाटे में बेटियां विदा हो रही हैं. ईटीवी भारत ने रोहतक के इंद्रगढ़ गांव में जाकर लोगों से बात की और कोरोना के कारण आए बदलाव के बारे में जाना.
Last Updated : Jun 25, 2020, 11:09 PM IST