1978 के बाद कुदरत ने दोहराया इतिहास, करनाल में यमुना ने मचाई तबाही, गांव-शहर सब जलमग्न
करनाल:भारी बारिश के बादयमुना का तांडव अभी जारी है. हरियाणा से लेकर दिल्ली तक यमुना ने तबाही मचा दी है. हरियाणा के कई इलाकों में यमुना के पानी ने भयंकर तबाही मचा दी है. अब आलम ये है कि यमुना से सटे इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं, तो यमुना से दूर वाले इलाके भी जल प्रलय की चपेट में आने लगे हैं. स्थिति ऐसी है कि लोगों को पलायन करना पड़ रहा है. पानी से चारों ओर जो हाहाकार मचा है. उससे लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही है. इसके अलावा प्रशासन भी इस तबाही के आगे बेबस नजर आने लगा है. उधर, करनाल के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. ग्रामीणों का कहना है कि साल 1978 के बाद ये पहली ऐसी तबाही है जिसने सब कुछ अपनी चपेट में ले लिया है. अब घर के साथ साथ पूरे गांव भी यमुना में डूबने लगे हैं. लोगों का कहना है कि साल 1998 में भी बाढ़ आई थी. लेकिन ऐसी आपदा पहली बार आई है. जिसमें क्या मकान, क्या शहर, क्या गांव सब कुछ डूबता चला जा रहा है. इस तबाही ने प्रशासन की भी चिंता बढ़ा दी है. जब हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जाता है तो सबसे पहला खतरा करनाल पर ही मंडराता है. फिलहाल स्थिति भयानक है. आमजन परेशान है. कुदरत के इस प्रचंड रूप के आगे सब बेबस है. पशुओं को भी भारी नुकसान हो रहा है. गौशालाओं में रखा सारा चारा इस बाढ़ की भेंट चढ़ चुका है. फिलहाल ये कहना मुश्किल है कि आखिर कब तक स्थिति सामान्य हो पाएगी.