नूंह में रेल के इंतजार में बच्चे भी हो गए बुजुर्ग, लेकिन आज भी नहीं बिछी पटरियां
गुरुग्राम जैसे विकसित जिले से 2005 में अलग जिला बनने वाला मेवात, सूबे का 20वां जिला बना. इस जिले के हजारों लोग रेल देखे बिना ही दुनिया को अलविदा कह गए और कुछ लोग उम्र के आखिरी पड़ाव पर हैं. रेल को यहां की करीब 70 फीसदी आबादी ने देखा तक नहीं है.