किस्सा हरियाणे का: ये है शाह चोखा की दरगाह जहां बादशाह अकबर की भरी थी गोद
अकबर बादशाह की कोई औलाद नहीं थी, तो उन्होंने दादा चोखा से औलाद की दुआ मांगी. जिस पर दादा चोखा शाह ने कहा कि तुम्हारी फरियाद ख्वाजा सलीम चिश्ती ने कबूल कर ली है और तुम्हारा लड़का होगा. तुम उस लड़के का नाम सलीम रखना.