Positive Bharat Podcast: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस जनरल बिपिन रावत के जीवन से जुड़े कुछ अनसुने किस्से...
आज का पॉडकास्ट एक ऐसी शख्सियत पर है, जिन्होंने 16 मार्च साल 1958 में उत्तराखंड के गढ़वाल जिले के पौड़ी में एक सामान्य परिवार में जन्म लिया था. जिसने पहाड़ी इलाके में सड़क समस्या के बीच जन्म लेकर पहाड़ की पगडंडियों से गुजरते हुए अपना सफर शुरू किया और सेना के सर्वोच्च पद पर पहुंचा. हम बात कर रहे हैं भारत के पहले चीफ आॉफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की. बिपिन रावत हमेशा युवाओं को अपने गुण-अवगुण पहचानने और अवगुणों को दरकिनार कर गुणों को साथ लेकर चलने की सीख देते रहते थे. उन्होंने बच्चों को सही और गलत की पहचान करना सीखाया था और सोच को हमेशा ऊंचा रखना. वे करते थे ऊंची सोच से ही हमारा देश ऊंचाइयों पर जाएगा. उन्होंने 'मैं' के प्रभाव से बाहर निकलकर 'हम' के भाव को अपनाने की भी सीख बच्चों को दी थी. बिपिन रावत निर्णय लेने की काबिलियत और एक बार डिसीजन लेने के बाद उस पर हर हाल में टिके रहने को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अनुशासन मानते थे. निर्णय लेना और उस पर सख्ती से बने रहना उनकी जिंदगी का अहम फलसफा था. वे कहते थे कि एक बार अगर आप कोई फैसला ले लेते हैं तो आपको उस फैसले के प्रति समर्पित होकर उसे डिफेंड करना ही होगा. आप उस निर्णय पर आगे बढ़िए. क्योंकि तभी सफलता के मिशन पर आगे बढ़ेंगे. आज भले ही भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी ये सीख भारत के सभी युवाओं के लिए प्रेरणा देती रहेगी.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:19 PM IST