नूंह के सरकारी स्कूल में नहीं एक भी शिक्षक, बिन गुरु ज्ञान प्राप्त करते हैं 83 'एकलव्य'!
करहेड़ा गांव के मिडिल स्कूल में 83 बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है. बच्चे आते हैं किताबें खोल कर बैठ जाते हैं, लेकिन पढ़ें क्या? उन्हें पढ़ाने के लिए गुरु जी तो आते ही नहीं. लोगों का कहना है कि सरकार कहती है बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, उनका कहना है कि अब सरकार ही बताए कि बेटियों को पढ़ाएं भी कैसे...?