ना गांव गए ना शहर में काम मिला, कहां से देंगे ये प्रवासी मजदूर अपना किराया ?
लॉकडाउन खुलने के बाद भी किराये पर रहने वाले लोगों के सामने मुसीबतों का पहाड़ खड़ा हुआ है. इन लोगों को आज भी जीवन यापन करने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है. सरकार की तरफ से किराये पर रहने वाले परिवारों को किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं मिल रही है. काम धंधा पूरी तरह से चालू ना होने के चलते इनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हुआ है.