आजादी की लड़ाई में राव तुलाराम का था अहम योगदान, उनके वशंज से सुनिए ये अनसुने किस्से - राव तुलाराम की कहानी
महेंद्रगढ़: आज पूरा देश 75वां स्वतंत्रता दिवस (Independence day) मना रहा है. ऐसे में हमें उन महान वीरों को भी याद रखना चाहिए जिनकी बदौलत ये आजादी हमें मिली. ऐसे ही एक महान योद्धा थे राव राजा तुलाराम (Rao Tularam). उन्होंने 1857 के पहले स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान दिया था. राव तुलाराम का जन्म 9 दिसम्बर 1825 को रेवाड़ी में हुआ था और 37 वर्ष की उम्र में 1863 में काबुल, अफगानिस्तान में वे शहीद हुए थे. हरियाणा के दक्षिण-पश्चिम इलाके से बिटिश हुकूमत को उखाड़ फेंकने और क्रांतिकारियों को सैन्य बल, धन व युद्ध सामाग्री से सहायता प्रदान करने का श्रेय राव तुलाराम को जाता है. उनके वशंज केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उनकी बहादुरी के कई किस्से सुनाए.