यमुनानगर: वन विभाग मजदूर यूनियन ने सरकार और प्रशान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मजदूर यूनियन ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान मजदूरों ने वन विभाग के अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप भी लगाए.
यमुनानगर में वन विभाग कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन - धरने पर यमुनानगर वन विभाग कर्मचारी
यमुनानगर में वन विभाग मजदूर यूनियन ने वन विभाग के अधिकारी और सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानती वो धरने पर बैठे रहेंगे. पढ़ें पूरी खबर...
yamunanagar forest department workers protest
धरना दे रहे मजदूरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को लेकर विभाग की ओर से कोई पक्का आश्वासन नहीं दिया जाता तब तक वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहेंगे. वहीं वन विभाग मजदूर यूनियन के प्रधान ने अपनी मांगो को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि
- सभी रेंज के पुराने हटाए गए मजदूरों को काम पर वापस लिया जाए
- पुराने मजदूरों का पीएफ और ईएसआई कार्ड जारी किए जाएं.
- पुराने मजदूरों की सीनियरिटी लिस्ट बनाकर वन विभाग को भेजी जाए.
- प्रत्येक महीने की 7 तारीख को मजदूरों को पेमेंट दी जाए.
- मजदूरों को काम करने के लिए औजार उपलब्ध कराए जाएं
- उन्हें बढ़ा हुआ वेतन दिया जाए.
- ठेकेदारी प्रथा को बंद किया जाए.
- साथ ही उन्होने कहा कि विभाग का कोई भी कार्य मशीनों द्वारा ना करवाया जाए.
- सभी मजदूरों की ड्यूटी 8 घंटे निर्धारित की जाए.
- साथ ही जिन मजदूरों की मृत्यु हो चुकी है उनके क्लेम के माध्यम से लाभ दिया जाए.
- पुराने मजदूरों के पहचान पत्र बनाए जाएं.
- जो मजदूर 240 दिन पूरा कर चुका है उनका केस बनाकर भेजा जाए कुशल अर्धकुशल के आधार पर वेतन दिया जाए.
- विभाग का कोई भी कार्य मशीनों द्वारा ना करवाया जाए.
प्रदर्शन कर रहे वन विभाग के मजदूरों का कहना है कि उनकी मांगे जब तक पूरी नहीं होती तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.