यमुनानगर: राज्य के जहां कई जिलों में हर रोज रिकॉर्डतोड़ कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं इसी बीच यमुनानगर जिला कोरोना मुक्त हो गया है. जिले में कुल नौ लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, इनमें से आठ मरीजों को पहले ही डिस्चार्ज किया जा चुका था जबकि दिल्ली से आई कोरोना संक्रमित महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अब उन्हें भी घर भेज दिया गया है जिसके बाद यमुनानगर जिला एक बार फिर से कोरोना मुक्त हो गया है.
बता दें कि, यमुनानगर के अलग-अलग इलाकों से 3580 लोगों के सैंपल लिए गए थे जिसमें से 3520 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई जबकि नौ लोग पॉजिटिव पाए गए थे. इनमें से आठ मरीज पहले ही डिस्चार्ज किए जा चुके थे जबकि जिले के आखिरी कोरोना पॉजिटिव मरीज को मंगलवार को डिस्चार्ज किया गया.
अभी कुछ लोगों की रिपोर्ट का है इंतजार
यमुनानगर में फिलहाल कोई कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है, लेकिन यमुनानगर में फॉरेस्ट एक्ट के तहत गिरफ्तार किए गए एक व्यक्ति ने स्थानीय प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ये व्यक्ति गिरफ्तारी के बाद करनाल जेल भेजा गया था जहां उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसी के चलते इस व्यक्ति के संपर्क में आए वाइल्डलाइफ अधिकारी, गार्ड एवं परिवार के लोगों के स्वास्थ्य की जांच करके उनके सैंपल लिए जा रहे हैं.
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जिला सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि अभी यमुनानगर कोरोना मुक्त हो चुका है, लेकिन फिर भी खतरा अभी टला नहीं है. प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री भी कह चुके हैं कि अब हमें कोरोना के साथ जीना होगा इसलिए विशेष सतर्कता बरतनी जरूरी है. बाहर निकलने पर मास्क लगाना जरूरी है, सोशल डिस्टेंस का भी पालन करना जरूरी है, तभी कोरोना से बचा जा सकता है. जैसे-जैसे अब ज्यादा रियायतें मिलेंगी तो लोगों को और भी ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है.