यमुनानगर: यमुनानगर के सिटी सेंटर के पास 25 नवंबर को एक कबाड़ गोडाउन में आग लग गई थी. इस आगजनी में एक ही परिवार के चार लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी. परिवार मे केवल एक महिला ही जिंदा बच पाई है. लेकिन अब इस महिला के हालात बद से बदतर हो चुके है. वजह महिला का जीवनसाथी अब इस दुनिया में नहीं है. इस वजह से अब वह पूरी तरह से खानाबदोश की जिंदगी जी रही है. खाने का भी कोई जुगाड़ नहीं है कि जिससे वह पेट भरकर जिंदगी की गाड़ी खींच सके.
जब मीडिया ने महिला से बात की तो उसके आंखों से आंसू छलक पड़े. महिला ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उसका तो पूरा संसार ही उजड़ गया है. इस वजह से अब जीने का और मन नहीं करता. दुनिया में उसे कोई सहारा देने वाला ही नहीं बचा है. आगजनी में छोटे-छोटे तीन बच्चों के साथ पति की भी मौत हो चुकी है. एक वक्त की रोटी खाना भी मुश्किल हो रहा है. गोदाम के मालिक से कहते हैं तो वह भगा देता है. प्रशासन से गुहार लगाती हूं तो वहां से भी कोई सहारा नहीं मिलता. ऐसे में आखिर जाउं तो जाउं कहां. पीड़िता की एक बहन इन दिनों उसके पास आई है. उसका कहना है कि हमारे पास भी इतना इंतजाम नहीं है कि हम इसको अपने साथ रख सकें.
ये भी पढ़ें-Karnal Road Accident: करनाल में पेड़ से टकराई यूपी पुलिस की गाड़ी, एक कांस्टेबल की मौत, 6 घायल