यमुनानगर: सरकार के निर्देशानुसार कल यानी 1 अप्रैल से प्रदेश की अनाज मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू होने जा रही है. इसी कड़ी में यमुनानगर में भी 13 अनाज मंडियों में गेहूं की खरीद की जाएगी लेकिन खरीद को लेकर अधिकारी दुविधा में दिख रहे हैं. एक दिन में कितने किसान अनाज मंडी में आएंगे और एक किसान कितनी गेहूं लेकर मंडी में आ सकता है इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है. अधिकारियों का कहना है कि इसका निर्णय मुख्यालय से लिया जाना है.
गेहूं की खरीद शुरू होने में कुछ ही वक्त बाकी, लेकिन मंडी में व्यवस्थाओं का है बुरा हाल ये भी पढ़ें:हिसारः 1 अप्रैल से शुरू होगी गेहूं की खरीद, मंडी जाने से पहले ये जान लें किसान
वहीं बात करें जगाधरी अनाज मंडी की तो यहां व्यवस्था के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है. यहां सफाई व्यवस्था का बहुत बुरा हाल है और सड़कों पर कचरे का ढेर लगा हुआ है वहीं सीवर व्यवस्था का भी बुरा हाल है. लेकिन फिर भी मार्केट कमेटी के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि सरकार के निर्देशानुसार उन्होंने व्यवस्थाएं सुचारू कर दी हैं.
गेहूं की खरीद शुरू होने में कुछ ही वक्त बाकी, लेकिन मंडी में व्यवस्थाओं का है बुरा हाल वहीं इस बारे में जब कृषि अधिकारी से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि जिले में करीब 91 हजार हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की फसल की खेती हुई है और मौसम के सही रहने पर इस बार बंपर पैदावार की उम्मीद है. उन्होंने दावा किया कि मंडी बोर्ड और उनके विभाग की फसल खरीद के लिए तैयारियां पूरी हैं.
गेहूं की खरीद शुरू होने में कुछ ही वक्त बाकी, लेकिन मंडी में व्यवस्थाओं का है बुरा हाल ये भी पढ़ें:पलवल की अनाज मंडियों में गेहूं की खरीद को लेकर तैयारियां पूरी
वहीं खरीद करने वाले आढ़तियों का कहना है कि जिले मैं 40 हजार से ज्यादा किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर अपना पंजीकरण करवा रखा है. जिन किसानों ने अब तक पंजीकरण नहीं करवाया है उनके लिए 5 और 6 अप्रैल को पोर्टल खोला जा रहा है.
बता दें कि साल 2020 में 13 अनाज मंडियों के अलावा 102 राइस मिलों और अन्य केंद्रों पर खरीद केंद्र बनाए गए थे, इनमें भी 25 किसान सुबह और 25 किसान शाम को बुलाए जाते थे. अबकी बार खरीद के लिए बुधवार से किसानों को मैसेज भेजे जाएंगे और 1 दिन में कितने किसान आएंगे ये फिलहाल अधिकारियों की जानकारी में नहीं है.