यमुनानगरः लॉकडाउन के कारण पिछले लगभग 1 महीने से यमुनानगर जिले के अलग-अलग शेल्टर होम्स में रुके प्रवासी मजूदरों को उनके घर भेजा गया. जिला प्रशासन ने मजदूरों को उनके घर भेजने का इंतजाम किया, जिसके लिए रोजवेज की 14 बसें लगाई गई. शनिवार को लगभग 400 मजदूरों को यूपी के अलग-अलग 16 जिलों में भेजा गया. जिससे चलते मजदूर काफी खुश दिखे.
यमुनानगर से अपने घरों के लिए रवाना हुए प्रवासी मजदूर लॉकडाउन के नियमों का पालन
मजदूरों को उनको घर भेजने के दौरान लॉकडाउन के नियमों का भी ध्यान रखा गया.जिला प्रशासन ने उनकों मास्क उपलब्ध करवाया और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मजदूरों का मेडिकल चेकअप भी किया गया. प्रशासन ने मजदूरों को खाने के पैकेट भी दिए. ताकि रास्ते में उन्हें किसी तरह की समस्या ना आए.
ये भी पढ़ेंः-चंडीगढ़ः घर जाना चाहते हैं शेल्टर होम में रह रहे प्रवासी, बोले- मदद करो सरकार
इतने दिनों बाद घर जाने की खुशी मजदूरों के चेहरों पर साफ झलक रही थी. मजदूरों का कहना है कि शेल्टर होम में रहकर उनको कोई भी दिक्कत नहीं हुई, इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन का धन्यवाद भी किया.