यमुनानगर: कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने शनिवार को पार्टी को अलविदा कहकर एक नई सियासी चर्चा को जन्म दे दिया है. जिसे लेकर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है. इसी कड़ी में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर के इस्तीफे पर बोलते हुए राज्यमंत्री कर्ण देव कंबोज ने कहा कि कांग्रेस में सिर फुटव्वल जैसे हालात हैं. कांग्रेस चुनाव को गंभीरता से लेने की बजाय एक-दूसरे को निपटाने पर जोर दे रहा है.
जानें अशोक तंवर के इस्तीफे पर मंत्री कर्णदेव कंबोज ने क्या कहा 'कांग्रेस मुक्त का सपना होगा साकार'
इस दौरान मंत्री कर्णदेव कंबोज ने ये भी कहा कि कांग्रेस के जिस तरह के हालात अभी है. ऐसे में बीजेपी का कांग्रेस मुक्त का सपना साकार होकर रहेगा.
अशोक तंवर ने छोड़ी पार्टी
आपको बता दें कि कई दिनों के कांग्रेस के अंदरूनी खींचतान के बाद शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है.
पिछले कुछ दिनों का घटनाक्रम
कांग्रेस ने 3 अक्तूबर को अपनी पहली लिस्ट जारी की थी उससे दो दिन पहले से ही अशोक तंवर के समर्थक सोनिया गांधी के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. इसके बाद 2 अक्तूबर को अशोक तंवर ने सोनिया गांधी के घर के बाहर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए सोहना विधानसभा सीट की टिकट 5 करोड़ में बेचने का गंभीर आरोप लगाया. 3 अक्तूबर को जब कांग्रेस की पहली लिस्ट आई तो अशोक तंवर ने कांग्रेस की तमाम समितियों और कमेटियां से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद शनिवार को उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी.
ये भी पढ़ें: अशोक तंवर के इस्तीफे से कांग्रेस में हलचल, किसी का छलका दर्द, किसी ने दी बधाई
अशोक तंवर क्यों हुए नाराज ?
दरअसल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया और उनकी जगह कुमारी सैलजा को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया. इतना ही नहीं अशोक तंवर को चुनाव में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई. दरअसल पिछले पांच साल से भूपेंद्र सिंह हुड्डा से उनकी कभी बनी नहीं और हुड्डा ने चुनाव से पहले अशोक तंवर के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया और कांग्रेस पर दबाव बनाकर अशोक तंवर की छुट्टी करा दी.