यमुनानगर: तीन राज्यों की सीमा से जुड़े कलेसर नेशनल पार्क को माफियाओं की नजर लग गई है. मौके का फायदा उठाकर दिनदहाड़े जंगलों पर धावा बोल रहे हैं और पेड़ों की कटाई कर रहे हैं. हालांकि सरकार ने वन कटाई को लेकर अलग-अलग सजा का ऐलान किया है. लेकिन सजा से बेखौफ बदमाश खुलेआम अपना काम कर रहे हैं.
हरे-भरे पेड़ों पर चली कुल्हाड़ी जंगलों को खोखला कर रहे माफिया
जानकारी के मुताबिक कलेसर के अगले गांव मम्दुबांसके जंगलों में भी ऐसे माफियाओं को देखा गया है. जो हरे-भरे पड़ों को काट रहे हैं.
मम्दुबांस के जंगलों में घुसे माफिया ETV भारत की पड़ताल
इस मामले की सत्यता का पता लगाने जब ETV भारत की टीम जंगल में पहुंची तो पेड़ों की कटाई कर रहे लोग भाग गए. बाद में जब कुछ गांव वाले सामने आए तो उनसे जब पूछा गया कि यह कटाई किसके आदेश पर हो रही है, तो उन्होंने नाम बताने में आनाकानी करते हुए मामले को छोड़ देने की बात कही.
जंगलों की पड़ताल करती टीम किन-किन राज्यों में कितनी सजा का ऐलान
बता दें कि अगर हरियाणा में खैर तस्करी के आरोप में कोई पकड़ा जाता है और कोर्ट दोषी करार देता है तो सजा 6 महीने और 500 रुपये जुर्माना होता है. हिमाचल प्रदेश में खैर तस्करी के आरोप में अगर कोई पकड़ा जाता है तो सजा 3 साल और जुर्माना 10,000 का है. उत्तराखंड में भी 2 साल तक की सजा और 10,000 जुर्माने का प्रावधान है.
जंगलों को खोखला कर रहे माफिया