यमुनानगर: पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज (hathni kund barrage yamunanagar) का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. वीरवार को हथिनी कुंड बैराज में इस साल के बरसाती सीजन का सबसे ज्यादा जलस्तर (water level in hathni kund barrage) दर्ज किया गया. 11 अगस्त को साल 2022 के बरसाती सीजन का सबसे ज्यादा पानी आंका गया है.
हथिनी कुंड बैराज में खतरे के निशान के पास पहुंचा जलस्तर, साल 2022 में सबसे ज्यादा पानी का रिकॉर्ड - हथिनी कुंड बैराज में जलस्तर
हथिनी कुंड बैराज में पानी का स्तर (water level in hathni kund barrage) लगातार बढ़ रहा है. इस साल वीरवार को बैराज में सबसे ज्यादा जलस्तर दर्ज किया गया. दोपहर दो बजे तक बैराज में जलस्तर 221000 क्यूसेक को पार कर चुका है.
वीरवार सुबह करीब 6 बजे यहां जब पानी की मात्रा 70000 क्यूसेक से ऊपर हुई, तो वेस्टर्न यमुना कैनल और इस्टर्न यमुना कैनाल को बंद कर बड़ी यमुना के गेट खोल दिए गए. मतलब ये कि यमुना नदी में दिल्ली की तरफ पानी को डायवर्ट किया गया. सुबह 8 बजे जलस्तर 182297 क्यूसेक आंका गया था. तो वहीं 9 बजे तक ये बढ़कर 185523 क्यूसेक तक पहुंच गया. 12 बजे तक यमुना नदी में 191698 क्यूसेक पहुंचा. 2 बजे तक पानी 221000 क्यूसेक को पार कर चुका है.
बता दें कि 250000 क्यूसेक पानी आने के बाद बाढ़ का अलर्ट घोषित कर दिया जाता है. आपको बता दें कि जब यमुना नदी में 70000 क्यूसेक से ऊपर पानी आ जाता है, तो फ्लड घोषित कर दिया जाता है. जिसके बाद उत्तर प्रदेश और हरियाणा की तरफ डायवर्ट करने वाली नदियां बंद कर दी जाती हैं और दिल्ली की तरफ जाने वाली यमुना नदी में पानी डायवर्ट कर दिया जाता है. जिसके बाद यमुना नदी से लगते मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि अभी तक फ्लड घोषित नहीं किया गया है.