यमुनानगर: हथिनीकुंड बैराज पर शुक्रवार सुबह 9 बजे यमुना नदी का जलस्तर घटकर 69821 क्यूसेक रह गया है. जिसके बाद बैराज से पश्चिमी यमुना नहर की जलापूर्ति बहाल कर दी गई है. पश्चिमी यमुना नहर में 10510 क्यूसेक पानी की आपूर्ति की जा रही है. वहीं 59311 क्यूसेक सरप्लस पानी को बैराज से दिल्ली की ओर डायवर्ट किया गया है. फिलहाल हथिनीकुंड बैराज के गेटों को पानी का लेवल बनाने के लिए डाउन किया गया है.
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इसके अलावा वेस्टर्न यमुना लिंक चैनल के गेट खोल कर दिल्ली की तरफ जाने वाली यमुना की तरफ 61000 क्यूसेक पानी डायवर्ट किया गया है. फिलहाल हथिनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट खुले हैं, लेकिन वेस्टर्न यमुना लिंक चैनल में पानी का लेवल बनाए रखने के लिए गेटों को डाउन किया गया है. फिलहाल उत्तर प्रदेश की तरफ जाने वाली ईस्टर्न यमुना लिंक चैनल में पानी नहीं छोड़ा गया है. ये जानकारी बैराज के अधिकारी आरएस मित्तल ने दी.
भले ही हथिनीकुड़ बैराज में पानी का लेवल कम हो गया हो, लेकिन अभी भी यमुना नदी उफान पर चल रही है. पानी का बहाव तेज होने की वजह से यमुनानगर के जठलाना के नगली-13 घाट पर कटाव हो रहा है. स्थानीय निवासियों की के मुताबिक अवैध खनन की वजह से तटबंध का कटाव हो रहा है. फिलहाल इस कटाव की जानकारी प्रशासन को दे दी गई है. जिसके पाद प्रशासन इसे ठीक करने में जुट गया है.
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बताया जा रहा है कि यमुनानगर में पानी के तेज बहाव से बेलगढ़ का तटबंध क्षतिग्रस्त हुआ है. इसके अलावा टापू गांव के पास तटबंध में कटाव हो गया. जहां आर्मी तक बुलानी पड़ी. अब जठलाना में नगली-13 घाट पर कटाव शुरू हो गया है. स्थानीय लोगों के मुताबिक ये सब अवैध खनन की वजह से हो रहा है. कई बार स्थानीय लोगों ने प्रशासन को इसके बारे में बताया भी, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला. धरातल पर कोई काम नहीं किया गया.