हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

1 दिसंबर से पहले गाड़ी पर लगवा लें फास्टैग, वरना पड़ेगा महंगा!

एक दिसंबर से पूरे देश में फास्टैग जरूरी होने जा रहा है. लोगों की सुविधा को देखते हुए एनएचएआई 1 दिसंबर तक फ्री फास्टैग देने जा रहा है. देश के सभी 537 टोल प्लाजाओं के साथ-साथ एनएचएआई भीड़ भाड़ वाले शॉपिंग मॉल में भी ये टैग मुहैया कराने की योजना पर काम रह रहा है.

नेशनल हाई-वे

By

Published : Nov 23, 2019, 8:15 PM IST

यमुनानगर: 1 दिसंबर से बिना फास्टैग वाली गाड़ियों का नेशनल हाई-वे पर चलना महंगा हो जाएगा. सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से 1 दिसंबर से देश के सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया है. इससे टोल टैक्स चुकाने के लिए आपको लंबी कतारों में खड़ा नहीं होना पड़ेगा.

1 दिसंबर से फास्टैग अनिवार्य
इसी को लेकर यमुनानगर में बने टोल प्लाजा पर फास्टैग कार्ड बनवाने के लिए लोगों की लाइन लगना शुरू हो चुकी है. इसी के साथ टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों को पेंप्लेट बांटकर वाहन चालकों को फास्ट टैग की सुविधा लेने के लिए कहा जा रहा है, क्योंकि 1 दिसंबर के बाद जिन गाड़ियों में फास्टैग नहीं होगा उनसे दोगुना चार्ज वसूला जा सकता है.

नेशनल हाई-वे पर फास्टैग हुआ अनिवार्य, देखें रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- 26 नवंबर को हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र, रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार के आगे रखी मांगें

टोल पर मुफ्त दिए जा रहे फास्टैग कार्ड
आपको बता दें कि जिला यमुनानगर में बने मिल्क माजरा टोल प्लाजा पर रोजाना करीब 14 हजार व्हीकल गुजरते हैं. जिसमें से कुछ गाड़ियों पर फास्टैग लगा हुआ है. इसी को देखते हुए टोल प्लाजा पर दो स्टॉल लगाए गए हैं जहां पर रोजाना 60 से 70 गाड़ियों पर मुफ्त में फास्टैग लगाए जा रहे हैं.

फास्टैग के लिए ये कागजात जरूरी
टोल प्लाजा मैनेजर ने बताया कि सिर्फ 10 मिनट में लोगों को फास्टैग मुहैया कराया जा रहा है. सिर्फ वाहन मालिक को गाड़ी की आरसी, आधार कार्ड और एक फोटो अपने साथ लाना है. उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है.

सरकार के फैसले से वाहन चालक खुश
टोल प्लाजा पर आए लोगों का कहना है कि थोड़े समय पहले फास्टैग बनवाने के पैसे लिए जा रहे थे, लेकिन एनएचएआई के द्वारा एक सूचना जारी हुई जिसमें फास्टैग फ्री में बनाने के निर्देश दिए गए उसके बाद से ही यहां पर फ्री में फास्टैग बन रहे हैं. सरकार की तरफ से ये बहुत अच्छा प्रयास है, क्योंकि टोल पर बहुत लंबी-लंबी लाइनें लगती थी जिससे समय की भी बर्बादी होती थी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details