यमुनानगर: बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए इस बार एनजीटी के आदेशों के बाद जिला यमुनानगर प्रशासन ने दीपावली पर पटाखों की बिक्री और खरीद पर पूरी तरह से रोक लगाई हुई है, ताकि पटाखों के कारण होने वाले प्रदूषण से बचा जा सके.
इसके उलट रादौर के सरकारी कार्यालय परिसर में ही एनजीटी के आदेशों की पालना नहीं की जा रही है. ऐसा ही नजारा रादौर की तहसील परिसर में देखने को मिला. जहां कचरे में आग लगाकर प्रदूषण को बढ़ावा दिया जा रहा था. तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि किस प्रकार सरकारी कार्यालय परिसर में कचरे में आग लगाई जा रही है और इससे उठने वाला धुआं वातावरण को प्रदूषित कर रहा है.
सरकारी विभागों में ही उड़ाई जा रही NGT के आदेशों की धज्जियां, देखें वीडियो इस बारे स्थानीय निवासी प्रेमस्वरूप गुलाटी ने कहा कि प्रदूषण को कम करने के लिए पटाखों की बिक्री पर लगाई गई रोक वाले फैसला का वे स्वागत करते हैं, लेकिन सरकारी महकमों में ही कचरे में आग लगाई जा रही, तो इसको रोकने के लिए एनजीटी कुछ करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए एक समान है. वहीं इस बारे नगरपालिका के सफाई निरीक्षक हरजीत सिंह ने बताया की एनजीटी के आदेशों की पालना न करने वालो के खिलाफ पांच हजार रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है.
ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ के सेक्टर-17 में रेहड़ियां लगने पर शोरूम मालिकों ने जताई नाराजगी
उन्होंने कहा कि अगर किसी सरकारी कार्यालय परिसर में भी कचरे में आग लगाई जा रही है, तो संबंधित विभाग को भी नोटिस जारी किया जाएगा. हालांकि इस बारे जलापूर्ति विभाग के जेई विनोद कुमार का कहना था कि आग परिसर में लगाई गई है, लेकिन उनके किसी भी कर्मचारी ने कचरे में आग नहीं लगाई, जिसकी वो जांच करेंगे कि यहां पर किसने आग लगाई.