पेंशन के लिए 3300 पेड़ों की पहचान यमुनानगर:हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन की तर्ज पर अब पेड़ों को भी पेंशन दी जाएगी. इसके लिए सरकार ने उन पेड़ों की गिनती कर ली है, जो इस श्रेणी में आते हैं. वन मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि अभी तक की पड़ताल में 3300 से ज्यादा पेड़ ऐसे हैं जिनकी उम्र 75 साल से ज्यादा की है. उन्होंने कहा कि जैसे ही नोफिकेशन जारी होगी. वैसे-वैसे हम पेड़ों की पेंशन देना शुरू करेंगे. साथ ही वन मंत्री ने कहा कि जो और भी पेड़ ऐसे होंगे उनके मालिकों को भी निश्चित रूप से पेंशन दी जाएगी.
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दरअसल, हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन की तर्ज पर अब पेड़ों को भी सम्मान मिलने वाला है. वन मंत्री ने कहा कि 75 साल से ज्यादा उम्र के पेड़ों का पर्यावरण को संतुलित करने में अहम योगदान है. वन मंत्री ने कहा की जितनी पेंशन सरकार बुजुर्गों को दे रही है, उतनी पेंशन प्रति वर्ष उन पेड़ों को भी दी जाएगी. जो 75 साल से पुराना होगा. ताकि उनको संरक्षण दिया जा सके और लोगों में भी एक सम्मान बढ़ेगा.
75 साल से ज्यादा उम्र के पेड़ों को लगी पेंशन वन मंत्री ने कहा की पूरे देश में सिर्फ हरियाणा ही ऐसा राज्य है, जो यह स्कीम चला रहा है. अब धीरे धीरे दूसरे राज्य भी इस स्कीम को अपना रहे हैं और हरियाणा सरकार की प्रशंसा कर रहे हैं. वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा की वन विभाग ने एक नया प्रयास किया है. हरियाणा में जितने भी शिव धाम है, उनमें पेड़ लगाए जायेंगे. हाल ही में सरकार सभी शिव धाम की चारदीवारी करवा रही है. उसके बाद उसमे पेड़ लगाने का काम शुरू किया जाएगा. जिससे लोगों को छाया भी मिलेगी और पर्यावरण को भी इसका लाभ मिलेगा.
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हरियाणा सरकार के इस फैसले की आम लोग भी सराहना कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि इन पेड़ों से हमें जो सुखद अहसास होता है, उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते. इससे ना सिर्फ हमें छाया मिलती हैं. बल्कि पक्षियों के ठहराव की भी ये एक खास जगह हैं. इन पेड़ों की हवा से हम बीमारियों से दूर रहते हैं. प्राण वायु देवता पेंशन की हरियाणा सरकार ने फिलहाल शुरुआत की है. विभाग इसका दायरा बढ़ाने की और अग्रसर है. हालांकि सरकार के इस अनोखे फैसले की सराहना हो रही है. लेकिन जरूरत है, इस योजना की तरफ ध्यान देने की. ताकि इससे आम लोग भी प्रेरित हों और पर्यावरण भी साफ रह सके.