यमुनानगरः मामला यमुनानगर के साढोरा के बांसे वाला गांव का है. गांव वालों के मुताबिक बिजली बिल निजी कम्पनी ई-पे द्वारा भरे गए थे, लेकिन जब मार्च में बिल आया तो फिर से पिछले बिल के पैसे भी उसमे लगाए गए जो ग्रामीण भर चुके थे.
ग्रामीणों ने बताया गांव में 230 लोग हैं जिन्होंने बिल भरे थे उन सब का मिलाकर लगभग 6 लाख का नुकसान बनता है. उन्होंने बताया कि ये फर्जीवाड़ा ई-पे इंफॉर्मेशन प्राइवेट लिमिटेड के नाम की एक कंपनी ने किया है. ग्रामीणों को मुताबिक पिछले ढाई साल से यही कंपनी उनका बिल भर रही थी.
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जिसके बाद नाराज ग्रामीणों ने बिजली विभाग के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर से इस मामले की शिकायत दी और कहा कि जल्द से जल्द उनके भरे हुए बिलों को विभाग अपडेट करे. वही इस मामले में बिजली विभाग के सुपरटेंडिंग इंजीनियर का कहना है कि वो कंपनी से बात करेंगे और सबके बिल अपडेट करवाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर कंपनी उनके पैसे नहीं भर्ती तो आरोपी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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