यमुनानगर:शहर में 17 वर्षीय किशोरी के आत्महत्या करने मामले में सात माह बाद रिश्तेदारों ने नया खुलासा किया है. आरोप है कि उनकी बेटी का एक युवक और उसकी बहन ने आपत्तिजनक फोटोग्राफ व वीडियो बनाई थी. जिनको वायरल करने की धमकी देकर उसे गलत काम के लिए मजबूर किया जा रहा था.
उस समय पुलिस ने 174 की कार्रवाई की थी. बाद में रिश्तेदारों को असलियत का पता लगा, तो उन्होंने कोर्ट में याचिका लगाई. कोर्ट के आदेश पर मृतका की मां की शिकायत पर दो लोगों पर थाना शहर यमुनानगर में केस दर्ज हुआ.
शिकायत में महिला ने बताया कि उनकी तीन बेटी थीं. बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है, जबकि सबसे छोटी 17 वर्ष की थीं. कॉलोनी में ही रहने वाली ज्योति नाम की युवती योगा क्लासें लगाती थीं. उनकी बेटी ने भी योग सीखा है. बेटी की सहेलियों ने उससे बात कराई. इसके बाद वह भी योग सिखाने के लिए जाने लगी.
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आरोप है कि ज्योति देर सबेर उनकी बेटी को बुला लेती थी. इसी दौरान उसके भाई जतिन ने उनकी बेटी को फंसा लिया. जब भी ज्योति उनकी बेटी को बुलाती तो वह डरी सहमी रहती थी. इस बारे में उससे पूछा, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया. जब भी ज्योति उसे बुलाती तो वह मजबूरी में चली जाती. इतना ही नहीं, लॉकडाउन में भी उसने बेटी को योग सिखाने के नाम पर बुलाया.
9 जून 2020 को किशोरी ने फंदा लगाकर जान दे दी थी. कुछ दिनों बाद रिश्तेदारों को पता लगा कि किशोरी की आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो रही है. यह किसी तरह से किशोरी की बड़ी बहन के पास पहुंची तो मामले का पता लगा. जिस पर पता लगाया गया तो जानकारी मिली कि आरोपी ज्योति व उसका भाई जतिन किशोरी को ब्लैकमेल करते थे.
उसकी वीडियो बना रखी थी. जिन्हें वायरल करने की धमकी देकर उसे दूसरों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता था. शहर यमुनानगर थाना प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि कोर्ट की ओर से इस मामले में आदेश मिले हैं. जिस पर केस दर्ज किया गया.
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