यमुनानगर: अपनी मांगों को लेकर आज किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह की अध्यक्षता में जिला सचिवालय में जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिला प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.
भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि सरकार यदि उनकी मांगों पर जल्द गौर नहीं करती है तो एक बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह ने बताया कि आज हमने जो प्रदेश प्रदर्शन किया है उसका मुख्य मुद्दा धान घोटाला है जिसके लिए हम सरकार को कई बार कह चुके हैं.
धान घोटाले को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने की सीबीआई जांच की मांग. सरकार से हमारी मांग है कि इस घोटाले की सीबीआई जांच करवाई जाए जो कि सरकार नहीं करवा रही है. धान घोटाला चारा घोटाला से भी कहीं बड़ा घोटाला है. आंकड़े ये बता रहे हैं कि हरियाणा की कुल पैदावार से कहीं ज्यादा धान हरियाणा की मंडियों से खरीदा गया है जबकि वास्तव में ना तो इतना धान आया है ना ही यहां की मंडियों में बिका.
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उसकी पूर्ति दिखाने के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार से सीधा चावल मंगाकर शहरों में लगा दिया गया है. इसमें एक बहुत बड़ा घोटाला है जितने धान की फर्जी खरीद की गई उस सभी की एमएसपी, आढ़ती की कमीशन, लेबर खर्चे, यातायात के खर्चे. आज सरकार से अवैध तौर पर लिए गए हैं. इस तरह सीधे तौर पर सरकार को चूना लगाया गया है. इसके लिए इस घोटाले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं.
इसके इलावा उनका कहना है कि किसानों की फसलों की पेमेंट आढ़तियों के द्वारा किसानों को नकद दी जाए ना की चेक के द्वारा. इसके अलावा किसान आंदोलन के दौरान जो किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए थे वह जल्द से जल्द वापस लिए जाएं. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार इन मांगों पर गौर नहीं करती है तो वह कोई बड़ा आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे जिसके लिए सारी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी.
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