यमुनानगर/नई दिल्लीः नार्थवेस्ट दिल्ली की पुलिस टीम हरियाणा के यमुनानगर (Yamunagar) में किसी काे ढूंढ रही थी. शनिवार की सुबह-सुबह आसपास के दुकानदारों को फोटो दिखाकर पूछताछ कर रही थी. उनका प्रयास रंग लाया. जिसे ढूंढ रही थी वाे एक चाय की दुकान पर मिला. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से पुलिस काे 15 लाख रुपये मिले. काैन है ये शख्स और उसके पास इतने पैसे आये कहां से थे.
डीसीपी सागर सिंह कलसी (DCP Sagar Singh Kalsi) के अनुसार गिरफ्तार किए गये शख्स का नाम विजय कुमार महतो है. वह बिहार (Bihar) के मधुबनी का रहने वाला है. सिविल लाइन इलाके में एक बिजनेसमैन के यहां लंबे समय से काम कर रहा था. गुरुवार काे व्यवसायी ने पुलिस से शिकायत की उसका एक स्टाफ 15 लाख लेकर भाग गया है. विजय, वही स्टाफ था. आराेपी विजय ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह काफी गरीब फैमिली से ताल्लुक रखता है. उसकी तीन बहनें अविवाहित हैं. उसने सोचा कि पैसा लेकर वह नेपाल चला जाएगा. कुछ दिन बाद वह वापस गांव पहुंच जाएगा. उस पैसे से उसके परिवार की किस्मत बदल जाएगी. बुरे काम का अंजाम ताे बुरा ही हाेता है. उसके अच्छे दिन सिर्फ 48 घंटे रहे. विजय अब तिहाड़ (tihar jail )पहुंच चुका है.
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विजय के पास इतने पैसे आए कहां से. दरअसल व्यवसायी ने विजय और गाैरव नाम के अपने दाे स्टाफ काे चांदनी चौक के बैंक से 30 लाख रुपये निकालने के लिए भेजा था. दोनों ने रुपए निकाले और लेकर बिजनेसमैन के घर के दरवाजे तक पहुंच गए. विजय ने सोचा यही मौका है, यदि कैश लेकर वह निकल गया तो अच्छे दिन आ जाएंगे. विजय ने दूसरे साथी गौरव से बहाना बनाया और बिजनेसमैन के दरवाजे से रफूचक्कर हो गया. पुलिस ने गौरव से पूछताछ की तो उसने बताया कि बैंक से पैसे निकालने के बाद दोनों ने अपने अपने बैग में 15-15 लाख रुपये रख लिए. कैश लेकर मालिक के घर पहुंचे, लेकिन विजय घर के बाहर ही रुक गया. गौरव से कहा, कि मालिक अभी फोन नहीं उठा रहे हैं. इसलिए थोड़ी देर गेट के बाहर ही रुक जाते हैं. इसी दौरान वह गायब हो गया.
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डीसीपी ने बताया कि एसीपी सिविल लाइन सत्येंद्र यादव की देखरेख में एसएचओ अजय कुमार की टीम बनाई गई. पुलिस टीम ने बिजनेसमैन के घर के बाहर से लेकर अलग-अलग रास्तों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को चेक करना शुरू किया. आरोपी का मोबाइल स्विच ऑफ था, उसकी भी टेक्निकल जांच की. जांच में पता चला कि वह आईएसबीटी कश्मीरी गेट की तरफ गया है. अलग-अलग सात टीमाें काे रेलवे स्टेशन, बस टर्मिनल, टैक्सी स्टैंड और दूसरी दूसरी जगह पर भेजा गया. आशंका थी कि वह दिल्ली से बाहर भाग रहा होगा. इसी बीच पुलिस काे पता चला कि वह यमुनानगर हरियाणा की तरफ जा रहा है. आखिरकार पुलिस ने उसे धर दबाेचा.