सोनीपत:उत्तर भारत में हुए बेमौसम बारिस ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी है. बारिश तो बीत गई लेकिन बारिश के पानी से हुए जलभराव (waterlogging in sonipat) से लोगों की परेशानियां बढ़ गई है. सोनीपत के बस स्टैंड की बात करें तो बारिश का गंदा पानी इरट्ठा होने से लोगों को बस स्टैंड में खड़ा होना भी मुश्किल हो गया है. पानी की निकासी न होने से पैदल आने-जाने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. आलम यह है कि यात्रियों के साथ ही हरियाणा रोडवेज कर्मचारी भी यहां रुकना मुनासिफ नहीं समझ रहे हैं.
सोनीपत बस स्टैंड में जलभराव से परेशान हुए लोग, शिकायत करने पर नहीं हो रही सुनवाई
बारिश तो चली गई लेकिन सोनीपत बस स्टैंड में अभी भी बारिश का दंश रह (waterlogging in sonipat bus stand) गया है. दरअसल, सोनीपत बस स्टैंड के चारो तरफ गंदी पानी इकट्ठा होने से लोगों को आने-जाने में समस्या आ रही है. आलम यह है कि पैदल चलने वाले यात्री भी इस पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं.
सोनीपत के बस स्टैंड में इसी गंदे पानी से होकर दैनिक यात्री और हरियाणा रोडवेज कर्मचारी (Haryana Roadways employees) बस स्टैंड से गुजरते हैं. स्थिति इस तरह की बन गई है कि कोई ऑप्शन न होने से लोगों को गंदे पानी से होकर चलना पड़ रहा है. हरियाणा रोडवेज कर्मचारी का कहना है कि पानी निकासी न होने से बीमारी फैलने का डर भी हर रोज सताता है. हालांकि, हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी और अधिकारी कई बार संबंधित विभाग को इस बाबत शिकायत दे चुके हैं, लेकिन अभी तक इस गंदे पानी की निकासी का कोई समाधान नहीं हो पाया है.
सोनीपत बस स्टैंड में जलभराव (waterlogging in sonipat bus stand) को लेकर हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों का कहना है कि इस गंदे पानी के चलते उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. डेंगू मलेरिया के साथ ही अन्य बीमारियों के फैलने का खतरा भी दैनिक यात्रियों और हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों में बढ़ा है. उन्होंने बताया कि वह इसकी शिकायत कई बार उच्च अधिकारियों और संबंधित विभाग को दे चुके हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई समुचित समाधान नहीं हुआ (Haryana Roadways employees on waterlogging) है.