हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

खरखौदा में पानी निकासी नहीं होने से जनता बेहाल, रोजाना हो रहे हादसे - खरखौदा पानी जमाव समस्या

खरखौदा में ज्यादातर नाले ओवरफ्लो हो चुके हैं, जिनका गंदा पानी सड़कों पर भरा रहता है. पानी भरा होने से ज्यादातर सड़कों में गड्ढे हो चुके हैं और कई बार तो दोपहिया या तिपहिया वाहन इसकी चपेट में आने से हादसे के शिकार भी हुए हैं.

water logging problem kharkhoda
खरखौदा में पानी निकासी नहीं होने से जनता बेहाल, रोजाना हो रहे हादसे

By

Published : Jan 6, 2021, 10:00 AM IST

सोनीपत/खरखौदा: शहर की पानी निकासी ना होना शहर वासियों के लिए तो परेशानी का सबब बना ही हुआ है. वहीं इससे शहर की खूबसुरती पर भी दाग लग रहा है. सोनीपत बाइपास और दिल्ली रोड बाइपास मार्ग से शहर में प्रवेश करने पर लोगों को दूषित पानी के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा है.

मेन रोड पर जमा पानी बारिश का नहीं बल्कि नालों से ओवरफ्लो होने के बाद सड़कों पर आया है. ज्यादातर नाले ओवरफ्लो हो चुके हैं, जिनका गंदा पानी सड़कों पर भरा रहता है. पानी भरा होने से ज्यादातर सड़कों में गड्ढे हो चुके हैं और कई बार तो दोपहिया या तिपहिया वाहन इसकी चपेट में आने से हादसे के शिकार भी हुए हैं.

खरखौदा में पानी निकासी नहीं होने से जनता बेहाल, रोजाना हो रहे हादसे

बता दें कि खरखौदा में पानी निकासी बड़ी समस्या है. शहर में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट पश्चिमी हिस्से में बना हुआ है, जबकि पानी का प्राकृतिक बहाव हमेशा ही उत्तर से दक्षिण की तरफ होता है, लेकिन शहर में लोक निर्माण विभाग की तरफ से बनाए गए सीमेंटेड नालों को शहर के बाइपास तक बनाकर छोड़ दिया गया है. जिससे समस्या ये है कि उन नालों का जुड़ाव ना तो सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से हो पा रहा है और ना ही कोई अन्य व्यवस्था पानी निकासी के लिए हो पा रही है.

नालों को सीवर लाइन से जोड़ने पर भी हो रहा टकराव

कहने को तो नगरपालिका की तरफ से जन स्वास्थ्य विभाग की सीवर लाइन के मेन होल के साथ जोड़ दिया गया है, लेकिन जन स्वास्थ्य विभाग कहता आ रहा है कि इसे ठीक से नहीं जोड़ा गया है. नालों की गाद और थैलियां उनकी सीवर लाइन को ही चाक करने लगी है.

ये भी पढ़िए:पका हुआ चिकन और अंडा खाने से नहीं फैलता है बर्ड फ्लू: डॉ. रविंद्र खैवाल

नगरपालिक अपने स्तर पर नहीं कर पा रही योजना तैयार

नगरपालिका की तरफ से शहर की पानी निकासी को लेकर मंथन किया जा रहा है, लेकिन मामला अभी तक शुन्य पर ही उलझा हुआ है. नगरपालिका अधिकारी चाहते हैं कि अन्य विभाग भी पानी निकासी के प्रोजेक्ट में शामिल हों, लेकिन अन्य विभागों को पानी निकासी के मुद्दे पर नगरपालिका के साथ तालमेल बैठ नहीं पा रहा है, जिसका खामियाजा भुगतना शहर वासियों व राहगीरों को उठाना पड़ रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details