सोनीपत: बरोदा हल्के के उपचुनाव में प्रत्याशियों मैदान में आने और चुनावी कार्यालय खुल जाने के बाद प्रचार-प्रसार व जनसंपर्क अभियान जोर पकड़ने लगा है. विभिन्न दलों के नेता, प्रत्याशी और कार्यकर्ता गांवों में घर-घर जाकर दस्तक दे रहे हैं.
वहीं चुनाव को लेकर नेताओं की तरह लोग भी समझदार हो गए हैं. क्षेत्र के लोग मन बना चुके हैं कि वे चाय सभी को पिलाएंगे पर वोट अपने ही हिसाब से देंगे. सभी को वोट की हामी भरने के बाद नेता असमंजस में पड़ते जा रहे हैं.
बरोदा के उपचुनाव में भाजपा-जजपा गठबंधन से ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त, कांग्रेस से इंदुराज नरवाल और इनेलो से जोगेंद्र मलिक ताल ठोक रहे हैं. लोसुपा के सुप्रीमो राजकुमार सैनी भी मैदान में हैं. इनके साथ ही दस अन्य प्रत्याशी मैदान में हैं. सभी प्रत्याशियों ने अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर रखा है. विभिन्न दलों के नेता, प्रत्याशी और कार्यकर्ता मतदाताओं के घर-घर पहुंचने लगे हैं.
बरोदा में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा जनसभा को संबोधित करते हुए. ये भी पढ़ें-निकिता हत्याकांड: SIT ने शुरू की जांच, फॉरेंसिक टीम को मिला गन पाउडर
मतदाता किसी भी दल के नेता या कार्यकर्ता को अपने घर से नाराज नहीं करके भेज रहे हैं. लोग सभी दलों के नेताओं, प्रत्याशियों व कार्यकर्ताओं के अपने घर पहुंचने पर स्वागत करते हैं और उन्हें चाय भी पिला रहे हैं. लोग जिस दल के नेता आते हैं उसी को वोट देने की हामी भर देते हैं, लेकिन मन का भेद किसी को नहीं दे रहे हैं.
बरोदा में प्रचार के दौरान कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा. क्षेत्र के लोगों में चर्चा है चुनाव में सभी दलों के नेता एक-दूसरे पर टिप्पणी करते हैं और अपने-अपने दल को अच्छा भी बताते हैं. चुनाव में हार व जीत होने के बाद वही नेता एक साथ बैठकर खाना खाते हैं और चाय पीते हैं. लोग भी नेताओं की तरह समझदारी दिखाने लगे हैं. लोगों के द्वारा मन का भेद नहीं देने से सभी दलों के नेता असमंजस में हैं. बता दें कि, बरोदा उपचुनाव के लिए 3 नवंबर को मतदान होगा और 10 नवंबर को नतीजे आएंगे.
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