सोनीपत: खरखौदा के रामपुर गांव के सरपंच नरेश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. सरपंच नरेश कुमार का कहना है कि जिन प्लाटों पर ग्रामीणों का कब्जा हुआ है वो उनकी नजर में भी सही है, क्योंकि गरीबों को प्लाट देने के लिए ही एचएसआईआईडीसी से जमीन वापस ली थी.
रामपुर गांव के सरपंच ने दिया इस्तीफा. सरपंच ने कहा कि उन्हें ये बताया गया कि एचएसआईआईडीसी पर प्रशासन का दबाव बना हुआ था. प्रसासन गरीबों द्वारा कब्जे को प्लाटों को हटाना चाहता है. जबकि 40 वर्षों से अभी तक गरीबों को कोई कब्जा नहीं मिला है और ये प्लाट मिलना गरीबों को हक है.
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सरपंच नरेश कुमार ने ये भी बताया कि उन्हें सरपंच के पद का कोई लालच नहीं है, इसलिए उन्होंने गरीबों के हित में इस्तीफा दिया है. अब गरीबों के हितों की सरकार सोचे. वो हमेशा ही गरीबों के हक के लिए खड़े रहेंगे और इससे पहले सरकार ने गरीबों को जो प्लाट दिये थे. उनके नाम रजिस्ट्री कराई थी. उस पर भी सरकार ने स्कूल बनवा दिया. अब जाकर गरीबों को उनका हक मिला है जो सही है.
नरेश कुमार का कहना है पंचायत ने गरीबों को प्लाट देने के लिए 10 करोड़ रुपये में 10 एकड़ जमीन आईएमटी से वापस ली थी. सीएम को लिखे पत्र में गरीबों को प्लाट देने का जिक्र किया गया है.