सोनीपत:कृषि कानूनों को वापस करने की मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन 14 दिनों से जारी है. इस दौरान किसान आंदोलन की अलग-अलग तस्वीरें भी सामने आ रही है. जैसे कैंप में बिस्तर लगाकर सोते किसान, ट्रॉली पर मोबाइल चार्ज करने के लिए बनाया गया मिनी पावर स्टेशन और अब पढ़ने के लिए बॉर्डर पर बनाई गई मिली लाइब्रेरी.
किसान आंदोलन: खाली वक्त में किसानों का हौसला बढ़ा रही 'मिनी लाइब्रेरी' - छात्र मिनी लाइब्रेरी सिंघु बॉर्डर
सिंघु बॉर्डर पर किसानों के विरोध-प्रदर्शन के बीच पंजाब यूनिवर्सिटी से आए कुछ स्टूडेंट्स ने लोगों के लिए मिनी लाइब्रेरी खोल दी है. इसमें कई विषयों पर किताबें पढ़ने के लिए रखी गई हैं.
दरअसल, सिंघु बॉर्डर पर किसानों के विरोध-प्रदर्शन के बीच पंजाब यूनिवर्सिटी से आए कुछ स्टूडेंट्स ने लोगों के लिए मिनी लाइब्रेरी खोल दी है. इसमें कई विषयों पर किताबें पढ़ने के लिए रखी गई हैं. खास बात ये है कि ये किताबें लोगों के लिए निशुल्क हैं. इन्हें आप रुपये जमा करके पढ़ सकते हैं और फिर किताब वापस करने पर अपने जाम किए रुपये वापस ले सकते हैं. वैसे तो इस मिनी लाइब्रेरी में कई किताबें हैं, लेकिन पंजाब का इतिहास, गदर, क्रांतिकारी वीरों की जीवनी, सिख कम्युनिटी का इतिहास वो किताबें हैं जो लोगों को अपनी ओर सबसे ज्यादा खींच रही हैं.
पंजाब के मोगा से आए विकी ने बताया कि वो लोग अपने दोस्तों के साथ यहां पहुंचे थे. साथ में कुछ किताबें भी लेकर आए हैं. किताबों के पढ़ने का शौक ही उन्हें यहां तक खींच लाया है. वहीं ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के सदस्य सुखजिंदर महेश्वरी ने बताया कि हम सभी स्टूडेंट्स कुछ किताबें लेकर आए थे. जब हमने देखा कि प्रदर्शन के दिन यहां बढ़ने लगे हैं, तो क्यों ना लोगों को किताबों से जोड़ा जाए. लोग दिन भर धरना प्रदर्शन पर बैठे रहते हैं. शाम को लाउडस्पीकर बंद होने के बाद जब उनके पास समय होता है, तो वह यहां आकर किताबें पढ़ सकते हैं.