सोनीपत: स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करवा कर उन्हें ब्लैकमेल करने के आरोपी को विजिलैंस टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी बलजीत समालखा के किवाना गांव का रहने वाला है. बलजीत नागरिक अस्पताल सोनीपत में तैनात कर्मचारी प्रदीप राणा, नरेश को ब्लैकमेल कर अपनी शिकायत में बयान बदलने के नाम पर लाखों रुपयों की मांग कर रहा था.
विस्तार से पढ़ें पूरा मामला-
पानीपत के गांव किवाना निवासी बलजीत ने विजिलैंस को शिकायत दी थी कि उसके भाई प्रदीप ने गढ़ी झिझारा में विवाहित भांजी प्रियांशी को गोद ले रखा है. अब जन्म प्रमाण पत्र में प्रियांशी के माता-पिता का नाम बदलवाने के लिए अस्पताल में 16 सितंबर को फाइल जमा करवाई थी.
बलजीत का आरोप है कि इसके बाद वो नागरिक अस्पताल की जन्म-मृत्यु शाखा में कई बार प्रियांशी का जन्म प्रमाण पत्र लेने के लिए गए, लेकिन प्रमाण-पत्र नहीं मिला. आरोप है कि वहां कार्यरत कर्मचारी नरेश ने चार हजार रुपये मांगे. बाद में कर्मचारी प्रदीप राणा ने 6 हजार रुपये मांगे और कहा कि जब तक रुपये नहीं देंगे तब तक प्रमाणपत्र नहीं मिलेगा.
कर्मचारी ने उनकी फाइल गायब करने की भी धमकी दी. बार-बार तंग करने के बाद उन्होंने आरोपियों की रिश्वत मांगे जाने की बातचीत की रिकॉर्डिंग कर ली. बलजीत ने रिकॉर्डिंग को राज्य चौकसी ब्यूरो को सौंपा जिसके बाद विजिलैंस टीम ने दो कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था.