सोनीपत: जिला कोर्ट परिसर में उस समय सनसनी फैल गई जब गांव शहजादपुर (sonipat shahzadpur village) के रहने वाले सुनील नाम के एक शख्स ने जहरीला पदार्थ निगल लिया. आनन-फानन में सोनीपत पुलिस व उसके साथी उसे इलाज के लिए खानपुर पीजीआई ले गए जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. सुनील के जेब से पुलिस को दो पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला है. इस सुसाइड नोट में उसने आत्महत्या के लिए 9 लोगों को जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर 9 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है.
क्या है पूरा मामला- सोनीपत के शहजाद पुर गांव का रहने वाला सुनील की जमीन पर कुछ लोगों ने फर्जीवाड़ा करके लोन ले लिया था. लोन जमा नहीं होने पर बैंक वाले उसे परेशान कर रहे थे. वो अपनी पैतृक जमीन को बचाने के लिए बैंक समेत सभी बड़े अधिकारियों के पास शिकायत कर चुका था. इसकी शिकायत उसने सोनीपत डीसी ललित सिवाच से लेकर अन्य सभी बड़े अधिकारियों तक को दे रखी थी. यहां तक की सीएम विंडो और मंत्री के सामने भी उसने फरियाद रखी. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.
सीएम विंडो, मंत्री से भी नहीं मिला न्याय तो कोर्ट परिसर में खा लिया जहर, अप्रैल में ही दी थी जान देने की चेतावनी जिला कष्ट निवारण समिति की एक बैठक में सुनील ने यह मुद्दा हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के सामने भी रखा था. मूलचंद शर्मा ने इस पूरे मामले में एक जांच कमेटी गठन करने का आश्वासन दिया था लेकिन उसके बाद भी कुछ नहीं हुआ. आखिरकार थक हार कर सोमवार को कोर्ट परिसर में ही उसने जहर खा लिया. सुनील को यह लगा कि उसको कहीं से भी न्याय नहीं मिल पाएगा. वह अपनी पैतृक जमीन को नहीं बचा पाएगा.
मृतक सुनील कुमार ने 8 अप्रैल को ही कह दिया था कि वो इसी कोर्ट परिसर में जान दे देगा अगर उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई. वो लगातर एक साल से ज्यादा समय से सभी विभागों के चक्कर लगा रहा था. उसका कहना था कि वो जिस अधिकारी के पास जाता है वो ये शिकायत उस पटवारी के पास ही भेज देता है जिसकी मिलीभगत से फर्जी लोन लिया गया था. सीएम विंडो, मंत्री की कष्ट निवारण बैठक के बाद भी सुनवाई नहीं हुई तब उसने जान देने की ठानी.
जहर खाने के बाद आनन-फानन में अस्पताल में उसे भर्ती किया गया. सुनील ने इलाज के दौरान खानपुर पीजीआई में दम तोड़ दिया. इलाज के दौरान मौत से पहले भी सुनील ने अपना बायन पुलिस को दिया है. पुलिस ने सुनील की जेब से 2 पन्नों का एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है. जिसमें उसने अपनी तकलीफ लिखते हुए 9 लोगों को पूरे प्रकरण के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
पूरे मामले में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने अधिकारियों पर उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था. उसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस पूरे मामले की जांच कर रहे सोनीपत कोर्ट कॉपलेक्स चौकी इंचार्ज संदीप कुमार ने बताया कि सोमवार को शहजाद पुर के रहने वाले सुनील नाम के एक युवक ने कोर्ट परिसर में जहरीला पदार्थ निगल लिया था जिसने इलाज के दौरान खानपुर पीजीआई में दम तोड़ दिया. उसकी जेब से हमें एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसके आधार पर हमने आठ नौ लोगों के खिलाफ धारा 306 व अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
ईटीवी भारत ने 8 अप्रैल को उठाई थी पीड़ित की आवाज-ये भी पढ़ें- फर्जीवाड़े का गजब खेल: एक ही जमीन पर बैंक ने दो लोगों को दे दिया लोन, मालिक की नहीं हो रही सुनवाई