सोनीपत:जिला उपायुक्त श्यामलाल पुनिया ने खरखौदा के रामपुर गांव के सरपंच नरेश कुमार को निलंबित कर दिया है. गांव के सरपंच पर बगैर प्रशासन से मंजूरी लिए गांव की जमीन पर प्लाट काटने और बांटने का आरोप है.
बताया जा रहा है कि करीब दस दिन पहले सरपंच नरेश कुमार द्वारा गांव रामपुर में हवन यज्ञ कर 10 एकड़ जमीन पर कॉलोनी काटकर विभिन्न वर्ग गज के करीब छह सौ प्लाटों की एक कॉलोनी का नामकरण किया गया था.
प्लाट मामले में रामपुर गांव का सरपंच निलंबित ये जमीन एचएसआइआइडीसी को 10 करोड़ रुपये पंचायत के खाते से देकर खरीदी गई है. जिसे प्लाट आवंटित करने के लिए ही लिया गया था. लेकिन प्रशासन की मंजूरी के बगैर इस जमीन पर प्लाट काट दिए गए. जिसके चलते उपायुक्त ने सरपंच को निलंबित कर दिया. वहीं अब निलंबित सरपंच का कहना है कि प्रशासन की तरफ से उस पर दबाव बनाया जा रहा था कि 10 एकड़ की कॉलोनी को खाली करवाया जाए. लेकिन वो ऐसा नहीं कर सकता है. इसलिए वो अपने पद से त्यागपत्र दे रहा है.
रामपुर गांव के सरपंच नरेश कुमार पर गंभीर आरोप
उनका ये वीडियो और त्यागपत्र व्हाट्स एप पर वायरल हो रहा है. जिसमें 6 जनवरी की तारीख डाली गई है. वहीं उपायुक्त श्यामलाल पुनिया ने सरपंच के खिलाफ एक पत्र जारी करते हुए उसे निलंबित कर दिया और एक पत्र के द्वारा बताया कि गांव रामपुर सरपंच नरेश कुमार ने अपने निजी स्वार्थ और आगामी सरपंच चुनाव को मद्देनजर रखते हुये ये प्लाट काटे थे. फिलहाल रामपुर गांव का सरपंच नरेश कुमार खंड के किसी भी प्रक्रिया में भाग नहीं ले सकेगा.
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रामपुर सरपंच को ये आदेश दिया गया है कि वो पंचायती रिकॉर्ड, चल अचल संपत्ति, धन राशि को पूर्ण बहुमत पंच को दे. वहीं इस मामले पर अतिरिक्त प्रभारी बीडीपीओ खरखौदा राजेश टिवाना का कहना है कि निलंबित सरपंच नरेश कुमार से पंचायती रिकार्ड वापिस ले लिया गया है और सरपंच द्वारा त्यागपत्र देने के बारे में उनके पर कोई जानकारी नहीं है. बताया जा रहा है कि उपायुक्त के आदेश पर संबंधित जमीन पर अवैध कब्जे हटाने का काम किया जाएगा.