हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर रामकरण बैंयापुर दिल्ली से पकड़ा गया, विदेश फरार होने की फिराक में था
हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर रामकरण बैंयापुर गिरफ्तार हो गया है. बताया जा रहा है कि गैंगस्टर विदेश भागने की फिराक में था.
गैंगस्टर रामकरण दिल्ली से हुआ गिरफ्तार, पुलिस से बचने के लिए हो रहा था विदेश फरार
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Published : Mar 31, 2021, 12:42 PM IST
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Updated : Mar 31, 2021, 1:40 PM IST
सोनीपत:जिला सोनीपत सीआईए-2 पुलिस को एक गैंगस्टर को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है. पुलिस के मुताबिक ये गैंगस्टर रामकरण जिला कोर्ट परिसर और गांव बरोणा में हुई फायरिंग का मुख्य आरोपी है. सीआईए-2 ने आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि गैंगस्टर रामकरण विदेश भागने के फिराक में था.
क्या था मामला?
बता दें कि सोनीपत कोर्ट परिसर में रोहतक से पेशी पर लाए गए कुख्यात अजय उर्फ बिट्टू बरोणा को गोली मार दी गई थी. कुख्यात अजय उर्फ बिट्टू बरोणा को रोहतक की सुनारिया जेल से पुलिस टीम पेशी के लिए सोनीपत कोर्ट लेकर आई थी. पुलिस टीम अजय उर्फ बिट्टू बरोणा को कोर्ट में पेश करने के बाद कैदी वाहन में लेकर आई तो इसी दौरान गार्ड में साथ आए सिपाही महेश ने अवैध हथियार से अजय को चार गोली मार दी. पुलिस ने महेश को मौके से ही हिरासत में ले लिया था.
20 मार्च को सोनीपत पुलिस क्राइम ब्रांच की टीमों ने आला अधिकारियों की मौजूदगी में गैंगस्टर रामकरण के गांव बेयापुर स्थित मकान पर रेड की. रेड के दौरान मकान से भारी मात्रा में हथियार, कैश और गहने बरामद हुए. गैंगस्टर रामकरण के मकान से 700 कारतूस, डेढ़ किलो सोना, डेढ़ किलो चांदी, 315 बोर की राइफल और जरूरी कागजात बरामद किए गए. रामकरण पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस विभाग इनकम टैक्स और ईडी को पत्र लिखने जा रहा है. इस पूरी रेड की पुलिस ने वीडियोग्राफी भी करवाई.
रामकरण गैंग और संदीप बड़वासनी गैंग की दुश्मनी
संदीप बड़वासनी की हत्या 12 अप्रैल 2016 को गोहाना में संजीत उर्फ बोड़ा के घर हुई थी. बता दें कि संजीत पुलिस वाला था. संदीप की हत्या में संजीत के साथ रामकरण और 27 आरोपी शामिल थे. इस पूरे मामले में संजीत ने आत्महत्या कर ली थी, लेकिन उसका शव आजतक नहीं मिला. ये पुलिस के लिए भी एक पहेली है. संदीप बड़वासनी की मौत का बदला लेने के लिए उसके शार्प शूटर अजय उर्फ बिट्टू ने सत्यवान गांधार की हत्या रोहतक में की. इसी का बदला लेने के लिए रामकरण काला ने प्लान बनाया. कोर्ट में हुई वारदात रामकरण के इशारे पर हुई थी.
पुलिस सूत्रों की मानें तो अजय उर्फ बिट्टू की हत्या करने के लिए रामकरण ने महेश (आरोपी पुलिसवाला) को 50 लाख रुपये और एक प्लॉट देने बात कही थी. जिस पिस्तौल से अजय पर गोलियां चलाई गई वो भी रामकरण ने ही महेश को दी थी.
मृतक के परिजनों ने सोनू मलिक और उसकी पत्नी और रामकरण और महेश पर हत्या करने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि सोनू मलिक नाम का युवक पहले ही मरवाने की बात कह कर गया था और उसे ही पता है कि किसने गोलियां मारी है. परिजनों का कहना है कि बदमाश पूरे परिवार को खत्म करने आए थे, लेकिन घर पर सिर्फ बिट्टू का पिता मिला.