सोनीपतः गोहाना सेक्टर-7 में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मानव तस्करी का एक मामला सामने आया है. जिला बाल संरक्षण विभाग, श्रम विभाग और चाइल्ड लाइन की संयुक्त टीम ने सेक्टर-सात स्थित एक मकान से एक किशोरी को मुक्त कराया. आरोप है कि मुकेश नाम के शख्स ने मकान में एक किशोरी को डेढ़ साल से बंधक बनाकर रखा गया था और उससे जबरन काम करवाया जाता था.
किशोरी के साथ होता था जानवरों से भी बदतर सलूक
काम ना करने पर किशोरी के साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया जाता था. किशोरी के साथ मारपीट की जाती थी, पीटने से किशोरी केशरीर और चेहरे पर जहां-तहां बने निशान साफ दिखाई दे रहे हैं. यहां तक की मकान मालिक की बेटी ने किशोरी पर गर्म पानी तक डाल दिया था. जिससे उसके हाथ और पैर बूरी तरह से जल गए हैं. किशोरी के पूरे शरीर पर पड़े मारपीट के निशान और जख्म उसके साथ हो रही हैवानियत की कहानी बता रहे हैं.
किशोरी तक कैसे पहुंचा प्रशासन ?
जिला बाल संरक्षण कार्यालय की सोशल वर्कर कविता को सूचना मिली थी कि गोहना के सेक्टर-7 में एक घर में काम करने के लिए एक किशोरी को बंधक बनाकर रखा गया है. जिसके बाद सोशल वर्कर कविता, चाइल्ड लाइन काउंसलर शीला, अशोक, श्रम विभाग से निरीक्षक रोशन लाल की टीम जांच के लिए सेक्टर-7 पहुंची. जब टीम मकान पर पहुंची तो उस दौरान मकान मालिक की पत्नी किशोरी के साथ मारपीट कर रही थी. उसके हाथ ही जले हुए थे. टीम ने महिला को रोका और किशोरी के बारे में जानकारी जुटाई. जांच में पाया कि किशोरी झारखंड के जिला पांखुड की रहने वाली है.
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