सोनीपत: लॉकडाउन में हुआ ख़रखौदा का शराब कांड जहां देश प्रदेश में हरियाणा पुलिस की छवि को धूमिल कर रहा है. वहीं पुलिस कर्मियों पर लगातार गिरती गाज से शराब माफिया और खाकी के पुराने रिश्ते भी उजागर हो रहे हैं. शराब घोटाले के मामले में खरखौदा थाना प्रभारी संदीप सिंह जिन्होंने एक सप्ताह खरखौदा थाने में अपनी सेवा दी थी उनको भी सस्पेंड कर दिया गया है.
आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता की देखरेख में एसआईटी की पहली बैठक चंडीगढ में हो चुकी है. जहां शराब माफिया भूपेन्द्र दहिया को रिमांड अवधि समाप्त होने पर कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत पानीपत में भेज दिया गया. वहीं सभी डीईटीसी ने एसआईटी को अपना रिकॉर्ड सौंप दिया है.
SIT करेगी शराब रिकॉर्ड की जांच
एसआईटी द्वारा 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक शराब रिकॉर्ड की जांच की जाएगी. इसके लिए आबकारी एवं कराधान विभाग से 1 साल का रिकॉर्ड मांग लिया गया है. गठित एसआईटी द्वारा ये रिकॉर्ड पुलिस विभाग से भी मांगा गया है.
एसआईटी ने पुलिस विभाग से 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक पकड़ी गई शराब, माल खाने में रखी गई शराब और नष्ट की गई शराब का ब्योरा तलब किया है. इससे फिजिकल वेरिफिकेशन पर सिरे से काम किया जा सकेगा.
क्या शराब रिकॉर्ड की जांच से होगी स्थिति स्पष्ट ?