सोनीपत: हरियाणा सरकार ने पिछले साल कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे के साथ-साथ रेलवे कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी, जिसको लेकर हरियाणा सरकार ने भूमि अधिग्रहण का कार्य भी शुरू कर दिया है और इस भूमि अधिग्रहण में किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है उसका किसान लगातार विरोध कर रहे हैं. पिछले दिनों किसानों ने सोनीपत के पिपली टोल पर एक महापंचायत की थी. जिसमें किसानों ने फैसला लिया था कि एसडीएम खरखोदा कार्यालय का घेराव करेंगे. मंगलवार को किसानों ने पिपली टोल से लेकर ट्रैक्टर मार्च शुरू किया.
ये मार्च खरखौदा शहर से होते एसडीएम कार्यालय तक किया गया. और सरकार को मुआवजे में बढ़ोतरी को लेकर चेताया. किसानों ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वो एक बार फिर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे.हरियाणा में किसान लगातार सरकार के खिलाफ अपना विरोध अलग-अलग मसलों को लेकर जता रहे हैं. मंगलवार को सोनीपत के खरखोदा एसडीएम कार्यालय के बाहर सैकड़ों की संख्या में किसान खरखोदा शहर से ट्रैक्टर मार्च करते हुए पहुंचे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बता दें कि हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार मिलकर कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे के साथ-साथ रेलवे कॉरिडोर बना रही है और उसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य जोरों पर है. लेकिन किसान सरकार के खिलाफ इसलिए मोर्चा खोले हुए हैं क्योंकि किसान सरकार से कलेक्ट्रेट से दो गुना मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. सरकार केएमपी को नेशनल हाईवे का दर्जा नहीं दे रही है इस पर किसान यह कह रहे हैं कि पहले तो केएमपी को नेशनल हाईवे का दर्जा दिया जाए और फिर कलेक्ट्रेट से उनको दोगुना मुआवजा दिया जाए.