सोनीपत:सिंघु बॉर्डर पर चल रही संयुक्त किसान मोर्चा (samyukt kisan morcha) की बैठक खत्म हो चुकी है. इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत समेत कई बड़े दूसरे नेता भी मौजूद रहे. बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने प्रेसवार्ता कर बताया कि अपनी मांगों को लेकर सरकार से बातचीत के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई है.
किसान नेता बलबीर राजेवाल, युद्धवीर सिंह, गुरनाम सिंह चढूनी, अशोक तावले व शिवकुमार कक्का कमेटी में शामिल होंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने बताया कि 7 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक होगी. पांच सदस्यीय कमेटी अब आंदोलन की सरकार से रूपरेखा तैयार करेगी. और जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी ये आंदोलन जारी रहेगा.
MSP पर सरकार से बातचीत के लिए किसानों की पांच सदस्यीय कमेटी गठित, अगली बैठक 7 दिसंबर को ये पढ़ें-संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक से पहले हरियाणा किसान संगठनों ने की अलग से बैठक
बता दें कि पंजाब की 32 किसान जत्थेबंदियों के नेताओं की ओर से पहले भी कई बार आंदोलन खत्म कर घरों की ओर लौटने के बयान आ चुके हैं. पंजाब किसान जत्थेबंदियों के नेताओं के बयानों से वो अब सरकार के उठाए कदमों से संतुष्ठ नजर आते हैं, लेकिन हरियाणा के कुछ किसान संगठन आंदोलन खत्म नहीं करना चाहते हैं. हरियाणा के किसान संगठन किसानों पर दर्ज मुकदमों की वापसी और एमएसपी पर कानून बनने तक आंदोलन खत्म नहीं करना चाहते हैं.
हरियाणा के सीएम के साथ बैठक रही बेनतीजा: शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेताओं की हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (farmers meeting with Manohar lal khattar) के साथ कई घंटों तक बैठक चली. ये बैठक बेनतीजा रही. बैठक के बाद किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि बैठक में किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई. सरकार की ओर से हमें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. ये बैठक काफी सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और दोनों ओर से किसी भी तरह का कोई तनाव नहीं था, लेकिन किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई. कल संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में आगे का फैसला लिया जाएगा.
ये पढे़ं-सीएम खट्टर से मुलाकात के बाद बोले किसान नेता, 'नहीं मानी कोई मांग, अब किसान तैयार करेंगे अगली रणनीति'
चढूनी और टिकैत खींच सकते हैं आंदोलन:तीन कृषि कानून के विरोध आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले किसान संयुक्त मोर्चा के सदस्य गुरनाम सिंह चढ़ूनी कई बार सक्रिय राजनीति में उतरने का संकेत दे चुके हैं. गुरनाम सिंह हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में जाकर बैठक कर चुके हैं. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इसके अलावा राकेश टिकैत भी पश्चिम उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपना भविष्य तलाश रहे हैं. इसके लिए जरूरी है कि आंदोलन चलता रहे.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv bharat app