सोनीपत: खरखौदा शराब तस्करी, चोरी और धोखाधड़ी के मामले में मुख्य आरोपी शराब ठेकेदार भूपेंद्र का भाई जितेंद्र फरार चल रहा है. जिसपर अब पुलिस ने इनाम घोषित किया है. जितेंद्र की गिरफ्तारी पर पुलिस ने 5000 रुपये का इनाम घोषत किया है.
बता दें कि पुलिस की ओर से जितेंद्र को पहले ही भगोड़ा घोषित कर दिया गया था. भूपेंद्र के फरार साथी संजय सिंह और सतीश झरोठ को भी भगोड़ा घोषित कर दिया गया है. उन पर इनाम घोषित करने के लिए कार्रवाई शुरू हो गई है.
क्या है शराब घोटाला?
सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी. लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. गोदाम भूपेंद्र ठेकेदार का है. ठेकेदार भूपेंद्र खरखौदा थाने में सरेंडर कर चुका है. जिसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जा चुका है.
कैसे हुई तस्करी?
सोनीपत के एसपी जशनदीप सिंह रंधावा के मुताबिक, खरखौदा में बाईपास पर शराब तस्करी के करीब 15 मामलों में नामजद भूपेंद्र का शराब गोदाम है. यह गोदाम भूपेंद्र ने अपनी मां कमला देवी के नाम पर काफी वक्त से किराए पर ले रखा है. आबकारी विभाग और पुलिस ने साल 2019 के फरवरी और मार्च में छापामारी की कार्रवाई करते हुए गोदाम में बड़े स्तर पर अवैध शराब पकड़ी थी. इसके साथ ही सात ट्रकों में पकड़ी गई शराब भी इस गोदाम में रखी गई थी.