सोनीपत: कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन आज 14वें दिन में प्रवेश कर चुका है, लेकिन अब भी आंदोलन खत्म होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने साफ तौर पर कहा है कि अब ये किसानों की मांग से ज्यादा मान का सवाल बन चुका है.
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत का बयान, 'अब ये मांग नहीं मान की लड़ाई है' - राकेश टिकैत कृषि कानून संशोधन
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे, तब तक सरकार से कोई बातचीत नहीं होगी. साथ ही उन्होंने कानूनों को संशोधनों के साथ मानने पर भी इनकार कर दिया.
सिंघु बॉर्डर पर किसान प्रतिनिधियों की बैठक में शामिल होने पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि इस बार किसान झुकने वाले नहीं है. संशोधन से किसान मानने वाले नहीं हैं. सरकार को ये कानून वापस लेने ही होंगे. अगर ऐसा नहीं हुआ तो किसान भी आंदोलन जारी रखेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि भले ही सरकार इन कानूनों में कितने भी संशोधन ले आए, किसान मनेगा नहीं. ये लाड़ाई पूरे देश के किसानों की है और सरकार तानाशाही पर उतर आई है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से लिखित प्रस्ताव भेजा गया है उसपर भी चर्चा की जा रही है.