सोनीपत: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी खिलाओ की दुर्दशा देखनी है तो सोनीपत में देखें. किसी ने शायद सोचा भी नहीं होगा कि जिस बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत पीएम मोदी ने हरियाणा से की थी, उसी प्रदेश के हॉकी स्टेडियम में इतनी बड़ी बदहाली देखने को मिलेगी.
दरअसल, सोनीपत के जिस हॉकी स्टेडियम में भारतीय महिला टीम के लिए 20 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ियों को तैयार किया है. उसी स्टेडियम की बदहाली से यहां महिला खिलाड़ियों को हर-रोज जूझना पड़ता है.
ना शौचालय, ना चेंजिंग रूम और ना ही पीने का साफ पानी
इस स्टेडियम में इन बेटियों को शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ती है. इन बेटियों के लिए इस स्टेडियम में शौचालय तक नहीं है, जिस कारण इन बेटियों को स्टेडियम में खुले में ही शौच के लिए जाना पड़ता है. इतना ही नहीं, इन बेटियों के लिए स्टेडियम में चेंजिंग रूम भी नहीं हैं. जिस वजह से इन बेटियों को मजबूरी में खुले में ही अपने कपड़े बदलने पड़ते हैं.
जो महिला खिलाड़ी यहां प्रैक्टिस करने आती है, वो अब पीने के पानी के लिए भी सरकार से गुहार लगा रही है. ऐसा भी नहीं कि सरकार इन मुश्किलों से वाकिफ नहीं है. सरकार इस स्टेडियम की बदहाली से भलीभांति परिचित है. प्रदेश के खेल मंत्री संदीप सिंह तो यहां आ भी चुके हैं और ये बेटियां अपना दुखड़ा उनके सामने भी रो चुकी हैं, लेकिन हालात बदलने का नाम नहीं ले रहे हैं.